10 जुलाई को टीएनपीएल का दूसरा रोमांचक क्वालिफायर मुकाबला इंडियन सीमेंट कंपनी ग्राउंड में डिंडीगुल ड्रैगन्स और नेल्लई रॉयल किंग्स के बीच खेला गया। खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में नेल्लई ने जी अजितेश की शानदार पारी की मदद से ड्रैगन्स को 7 विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। इ हार के साथ ड्रैगन्स का सफर टूर्नामेंट में समाप्त हो गया है।
ड्रैगन्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 186 रनों का लक्ष्य नेल्लई के सामने रखा था, जिसे नेल्लई ने तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। नेल्लई का मुकाबला अब 12 जुलाई को लायका कोवई किंग्स के साथ फाइनल में होगा।
नेल्लई ने किया टीएनपीएल के फाइनल में प्रवेश
टॉस जीतकर नेल्लई के कप्तान अरुण कार्तिक ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। बल्लेबाजी करने मैदान में उतरी डिंडीगुल ड्रैगन्स ने सलामी बल्लेबाज सुबोध भाटी और भूपति कुमार की क्रमश: 76 रन और 41 रनों की पारियों की मदद से निर्धारित ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 186 रनों का सम्मानजनक स्कोर नेल्लई के सामने रखा। जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी नेल्लई की शुरुआत साधारण रही।
पहले विकेट के लिए अरुण कार्तिक और पी सुगंधिरन ने 37 रन जोड़े थे। रनों की धीमी गति की वजह से नेल्लई रॉयल किंग्स आखिरी के कुछ ओवरों में मुश्किल में नजर आई। नेल्लई को फाइनल में पहुंचने के लिए 21 गेंदों पर 57 रनों की जरूरत थी। निधीश राजगोपाल 27 गेंदों में 26 रन बनाकर संघर्ष कर रहे थे। वहीं जी अजितेश 44 गेंदों पर 5 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 73 रन बनाकर अकेले ही नेल्लई को खेल में बनाए हुए थे।
इस बीच नेल्लई रॉयल किंग्स के मैनेजमेंट ने निधीश राजगोपाल को रिटायर करके ऋतिक ईश्वरन को मैदान में बुलाने का फैसला किया। ईश्वरन ने कोच और खिलाड़ी को निराश नहीं किया और 11 गेंदों में 6 छक्कों की मदद से 39 रन जड़ दिए। जबरदस्त दबाव में, युवा बल्लेबाज ईश्वरन ने शांत दिमाग दिखाया और अपनी खूबसूरत बैट स्विंग का इस्तेमाल करके 6 छक्के जड़ दिए। जिनकी मदद से नेल्लई ने फाइनल में प्रवेश कर लिया। हालांकि यह इतना आसान नहीं रहा।
नेल्लई को आखिरी दो ओवरों में 37 रनों की जरूरत थी, रितिक ने 19वें ओवर की पहली तीन गेंदों पर जी किशूर को तीन छक्के जड़ दिए। अजितेश ने पांचवीं गेंद पर छक्का लगाया, इससे पहले जी किशूर ने आखिरी गेंद पर नो-बॉल दे दी, जिससे रितिक को फाइन-लेग के ऊपर से अंतिम गेंद को स्कूप करने का मौका मिला। जी किशूर ने अपने आखिरी ओवर में 33 रन खर्च किए थे।